शीत लहर का आगमन हमें आने वाले अनेको उत्सवों का अहसास दिलाता है। सम्पूर्ण विश्व में सर्दियाँ आते ही तरह तरह के त्योहारों का सिलसिला आरम्भ हो जाता है। इन उत्सवों में साज सजावट के अतिरिक्त भिन्न भिन्न प्रकार के व्यंजनों का भी हमें आनंद उठाने को मिलता है। इस अवसर पर आपके जीवन मेंContinue reading “हिन्दी कौस्तुभ – उत्सव विशेषांक, अक्टूबर 2022”
Author Archives: विश्व हिन्दी ज्योति
हिन्दी कौस्तुभ – ऋतुराज विशेषांक, अप्रैल 2022
रंग बिखर रहे हैं, लोग झूम रहे हैं, महामारी का ज़ोर कम हुआ है, तो बंधन टूटे और निकल पड़ी टोलियाँ रंगो का त्यौहार मनाने। उड़ते रंगो में गुजिया का स्वाद, और आलू पापड़ का साथ, ख़ुशियाँ दुगनी कर देता है। और इस ख़ुशी के मौक़े पर विश्व हिन्दी ज्योति ने अपनी त्रैमासिक पत्रिका “हिंदीContinue reading “हिन्दी कौस्तुभ – ऋतुराज विशेषांक, अप्रैल 2022”
हिन्दी कौस्तुभ – नव-कोपल विशेषांक, जनवरी 2022
सुबह – शाम का कोहरा, अंगीठी पर सेकते हाथ, मूंगफली – गजक के ठेले और रज़ाई में दुबक के चाय की चुस्की का आनन्द, यही तो लेकर आता है सर्दी का मौसम। दिवाली से लेकर नया वर्ष और लोहड़ी से ले कर संक्रान्ति तक, इस मौसम में आनन्द ही आनन्द है। इस आनन्द को औरContinue reading “हिन्दी कौस्तुभ – नव-कोपल विशेषांक, जनवरी 2022”
हिन्दी कौस्तुभ – गुरु-शिष्य विशेषांक, सितम्बर २०२१
गुरु हमारे जीवन में एक विशेष स्थान रखते हैं और अनेक रूपों में आते हैं। कभी शिक्षक के रूप में तो कभी माता-पिता के रूप में, कभी बंधु बनकर तो कभी हमराही बनकर। न तो गुरु की कोई उम्र होती है न शिक्षा गृहण करने का कोई अंत। गुरु का मान करना हमारा कर्तव्य हैं और शिक्षा प्राप्त करना और सदाContinue reading “हिन्दी कौस्तुभ – गुरु-शिष्य विशेषांक, सितम्बर २०२१”
हिन्दी कौस्तुभ – उड़ान विशेषांक, जून २०२१
जून का महीना, गर्मी का मौसम, आम की बहार, खिलते फूल, स्कूल की छुट्टी और, शाम को छतों पर हँसी का मेला। काले घने बादलों की आस और धरती की प्यास, झूला झूलने की होड़ और बारात में सजने की चाह। इतना अलबेला हैं ये गर्मी का मौसम। जहाँ सारा विश्व महामारी से जूझ रहाContinue reading “हिन्दी कौस्तुभ – उड़ान विशेषांक, जून २०२१”
हिन्दी कौस्तुभ – रंग विशेषांक, मार्च २०२१
फागुन आया और चारों तरफ खुशियों के रंग बिखर गये। जहाँ दिलो में होली खेलने का उल्लास हैं, वही घरों में पकवान बनाने का जोश। रिश्तों ने अपने दरवाज़े खोल दिये और यारों की टोलियाँ निकल पड़ीं। जहाँ चारों तरफ रंगो की धूम हैं वही विश्व हिन्दी ज्योति ने हिन्दी के उत्थान की तरफ एक और प्रयास किया है। होली के इसContinue reading “हिन्दी कौस्तुभ – रंग विशेषांक, मार्च २०२१”
विश्व हिन्दी ज्योति – एक परिचय
विश्व हिन्दी ज्योति की स्थापना सन २०११ में संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया प्रांत में हुई थी। विश्व हिन्दी ज्योति अमेरिका में बसे हिन्दी प्रेमी प्रवासी भारतीयों का एक समूह है तो हिन्दी भाषा की सेवा में समर्पित है। हिन्दी साहित्य के पितामह समझे जाने वाले श्री भारतेन्दु हरिशचन्द्र कहते हैं – निज भाषा उन्नतिContinue reading “विश्व हिन्दी ज्योति – एक परिचय”